बहुत खूबसूरत है तुम्हारे इंतजार का आलम,
बेकरार सी अंखो में इश्क़ बेहिसाब लिए बेठे है।
तुझको सोचू तो सोचता जाऊ सोचता जाऊ सोचता जाऊ,
बस यही काम काज है मेरा।
एक अजब सा रोग है जो उससे हुआ करता है,
ये मेरा दिल है ना सिर्फ वफ़ा करता है,
और ये तो तेरी यादो ने मेरी आंखों की चमक खा ली,
बावले लोग कहते हैं लड़का नशा करता है।
कोई इतना प्यारा कैसे हो सकता है,
वो भी सारे का सारा कैसे हो सकता है,
तुझसे मिलकर भी अगर उदासी कम नहीं होती,
तेरे बैगर गुजरा कैसे हो सकता है।
एक बार तो यू होगा थोड़ा सा सुकून होगा,
ना दिल में कसक होगी ना सर पे जूनुन होगा।
अपने दिल की सुन अफवाहों से काम ना ले,
मुझे याद रख बेशक मेरा नाम ना ले,
तेरा बहम है मैं भूला हूं तुझे,
मेरी कोई सांस नहीं जो तेरा नाम ना ले।
दिल उसे दिया है तो वही इसमें रहेगा,
हम वफ़ा में ख़फ़ा नहीं करते।
आंखें तो हमने बंद की थी निंद के इंतजार में,
खवाबो को पता नहीं कहा से उनकी तस्वीर मिल गई।
रोज उतारी है नजर मां मेरी,
तुम मेरी सलामती की दुआ ना करो,
चींटियां लग गयी हैं नमक के डिब्बे पे,
मेने तुमसे कहा था कुछ भी छूआ ना करो।
बहुत मतलबी है हम,
हर रोज तुम्हें मांगते हैं खुद के लिए।